जनेऊ और जमीन भूमिहार

 अजब सी विडम्बना कहें या घोर कलयुग 

🙏 हांथ जोड़कर प्रार्थना विनती नहीं सुनाई देती है

छल बल तब चल

Comments

Popular posts from this blog

मेरा परीचय /𝗠𝗬 𝗜𝗡𝗧𝗥𝗢𝗗𝗨𝗖𝗧𝗜𝗢𝗡 +916205234464

लोगों से संपर्क करें

My Bank Account